बरेली। कैंट थाना क्षेत्र में एसओजी टीम ने रविवार को बुखारा रोड के पास नाले से एक मानव सिर का कंकाल बरामद कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर यह खोपड़ी बरामद हुई है। इसे लापता लेखपाल के सिर का ही कंकाल बताया जा रहा है। हत्या की वजह को लेकर अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।

कैंट थाना क्षेत्र में एसओजी टीम ने रविवार को बुखारा रोड के पास नाले से कंकाल बरामद किया। खोपड़ी और हड्डियां इधर-उधर फैली हुई थीं। कपड़ों से पहचान लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप के रूप में हुई है। सूचना पर एसडीएम, सीओ और इंस्पेक्टर कैट, फरीदपुर थाना पुलिस पहुंची। चर्चा है कि इस कंकाल को कहीं से लाकर फेंका गया है, जिस रास्ते पर कंकाल मिला है, वहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। मामले में एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है। उससे पूछताछ की जा रही है।
बता दें, 27 नवंबर को फरीदपुर के खल्लपुर गांव में पैमाइश के लिए गए लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप निकले थे, तब से लापता थे, परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर हंगामा किया था तब पुलिस ने अपहरण में रिपोर्ट दर्ज की थी। परिजनों की मांग पर एसएसपी अनुराग आर्य ने अपहरण के मामले की विवेचना इंस्पेक्टर फरीदपुर राहुल सिंह से हटाकर इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी प्रदीप चतुर्वेदी को दी थी। दरअसल, लेखपाल की मां ने एडीजी से शिकायत की थी कि फरीदपुर इंस्पेक्टर जानबूझकर मामले में ढिलाई बरत रहे हैं। इसके बाद विवेचक बदले गए। 19 दिन बाद पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर सिर का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि जमीन की पैमाइश के विवाद में लेखपाल की हत्या की गई है। फरीदपुर के गांव कपूरपुर निवासी व्यक्ति का कुछ लोगों से जमीन का विवाद था, जिसकी पैमाइश मनीष कश्यप कर रहे थे। उस व्यक्ति को शक था कि मनीष दूसरे पक्ष का साथ दे रहे हैं। इसके चलते उसने 27 नवंबर को मनीष को तहसील में बुलाया और अपनी अर्टिगा कार में बैठाकर ले जाने के बाद गला दबाकर हत्या कर दी। फिर वह शव को बभिया के पास फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर ही शव बरामद किया है।