" लोकतंत्र टुडे "

VIP Culture in UP : निजी गाड़ियों पर लाल-नीली बत्ती लगाकर रौब झाड़ रहे अधिकारी

Picture of K.P. SINGH

K.P. SINGH

FOLLOW US:

VIP Culture in UP

लोकतंत्र टुडे संवाददाता

बरेली। VIP Culture in UP: देश के सबसे बड़े सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 2017 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ समय बाद ही प्रदेश में वीआईपी कल्चर खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया था। इसके तहत उन्होंने नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों की गाड़ी पर नीली-लाल बत्ती समेत हूटर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी थी लेकिन मुख्यमंत्री का यह आदेश 9 साल बाद भी कई विभागों के अधिकारियों तक नहीं पहुंचा।

यही वजह है कि बरेली में एनएचएआई समेत कई विभाग के अधिकारी गाड़ियों पर भी लाल-नीली बत्ती लगाकर रौब झाड़ते घूम रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Exclusive : Power Corporation के रंगीन मिजाज अधिशासी अभियंता, कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ कर रहे इलू-इलू

बरेली में तैनात रहे एनएचएआई के प्रोजेक्टर डायरेक्टर प्रशांत दुबे को कई परियोजनाओं में विवादों के कारण अप्रैल में बरेली से हटाकर दिल्ली मुख्यालय भेज दिया गया था। उनके स्थान पर लखनऊ से सौरभ चौरसिया को बरेली भेजा गया था।

बताते हैं कि इसके बाद से एनएचएआई बरेली में वीआईपी कल्चर हावी हो गया। सौरभ चौरसिया जिस निजी गाड़ी से चलते हैं उस पर फ्लैशर लाइट लगी है। खनन विभाग के अधिकारी मनीष कुमार भी फ्लैशर लाइट लगी गाड़ी से चलते हैं। हालांकि उनकी गाड़ी टैक्सी नंबर की है।

यह भी पढ़ें- Power Corporation Bareilly : साहब की होशियारी उन पर ही पड़ी भारी… चले थे तीसमार खां बनने, अपनी ही गर्दन पर चला बैठे आरी

VIP Culture in UP

पिछले साल अभियान चलाकर वसूला गया था एक करोड़ जुर्माना

पिछले साल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर जून महीने में प्रदेश भर में लाल-नीली बत्ती, हूटर और प्रेशर हॉर्न के खिलाफ अभियान चलाया गया था। इस दौरान हजारों वाहनों के चालाने काटे गए और एक करोड़ रुपये से ज्यादा जुर्माना वसूला गया था।

इस कार्रवाई के बाद माना जा रहा था कि प्रदेश में वीआईपी कल्चर पूरी तरह खत्म हो जाएगा लेकिन बरेली के कई अधिकारी इस मोह को नहीं छोड़ सके और आज भी वे नीली-लाल बत्ती के फेर में फंसे हुए हैं।

यह भी पढ़ें- Power corporation Bareilly : भ्रष्ट अफसर मार रहे मजा सिर्फ निचले कर्मचारियों को मिल रही सजा

VIP Culture in UP: कौन लगा सकता है फ्लैशर लाइट, ये हैं नियम

फ्लैशर लाइट का उपयोग केवल आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहनों पर ही किया जा सकता है, इनमें एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां शामिल हैं। इसके अलावा कुछ उच्च पदस्थ अधिकारी फ्लैशर लाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें पहले आरटीओ से अनुमति लेनी होती है।

साथ ही अनुमति पत्र गाड़ी के शीशे पर चस्पा करना होता है लेकिन बरेली के ये अधिकारी बगैर अनुमति ही फ्लैशर लाइट का इस्तेमाल कर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

आरटीओ प्रर्वतन दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अभियान चलाकर गाड़ियों को चेक किया जाएगा, जिन गाड़ियों पर लाल नीली बत्ती और हूटर लगे मिलेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

K.P. SINGH
Author: K.P. SINGH

Leave a Comment

और पढ़ें