बरेली। नई दिल्ली में डीएम रविन्द्र कुमार ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को अपनी एवरेस्ट यात्रा पर आधारित पुस्तक मेनी एवरेस्ट और माउंट एवरेस्ट -एक्सपीरियंस द जर्नी भेंट की।
उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रविन्द्र कुमार, नेपाल (दक्षिण) और तिब्बत (उत्तर) के दो अलग-अलग मार्गों से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले चंद भारतीयों में से एक हैं। रविन्द्र कुमार ने दुनिया के सर्वोच्च शिखर से भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान और नमामि गंगे जैसे प्रमुख कार्यक्रमों को माउंट एवरेस्ट की चोटी तक पहुंचाया। उन्होंने गंगा जल को भी एवरेस्ट की चोटी तक पहुंचाया और वहां पर अर्पित किया। दुनिया के लोगों से जल बचाओ की अपील भी की, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए पेयजल की कमी न हो।
रविन्द्र कुमार ने मेनी एवरेस्टः ऐन इंस्पायरिंग जर्नी ऑफ ट्रांसफॉर्मिंग ड्रीम्स इन्टू रियलिटी नामक पुस्तक लिखी है, जो सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षा के उम्मीदवारों के साथ-साथ नवोदित पर्वतारोहियों के लिए बहुत लाभप्रद सिद्ध हुई है। बाद में, उन्होंने इसे हिंदी में एवरेस्टः सपनों की उड़ानः सिफर से शिखर तक नाम से प्रकाशित किया, जिसे 2020 में अमृत लाल नागर पुरस्कार और 2021 में सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इसके अलावा, उन्होंने हिंदी में कविताओं के चार संग्रह भी प्रकाशित किए हैं, जैसे कि अन्तरिक अन्तरिक्ष और स्वप्न यात्रा, ललक, नई आंखें एवं इक्कीसवीं सीढ़ी, जबकि एक और संग्रह, दूसरी जंग अभी प्रकाशनाधीन है। 2019 में एवरेस्ट की उनकी यात्रा पर आधारित दो लघु वृत्तचित्र (डाक्यूमेंटरी फिल्म) शिखर से पुकार एवं गंगा का लाल भी है, जो मुख्य रूप से एवरेस्ट अभियान के माध्यम से जल संरक्षण पर केंद्रित है।
इसके अलावा, वह सिक्किम सरकार द्वारा सम्मानित सिक्किम खेल रत्न पुरस्कार और बिहार सरकार द्वारा सम्मानित किए गए जा चुके हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा डीएम रविन्द्र कुमार के इस अचीवमेंट पर उनको बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
