बरेली। सीबीगंज स्थित सुपीरियर इंडस्ट्रीज (शराब फैक्ट्री) जमकर प्रदूषण फैला रही है। इससे निकलने वाला विषैला धुआं आसपास रहने वाले लोगों को खासा परेशान किए हुए है। बायलर की चिमनी से निकलने वाली राख जानलेवा साबित हो रही है। फैक्ट्री से निकला केमिकल युक्त पानी गांव के नलों के पानी को दूषित कर जहर के रूप में निकल रहा है। हालांकि दिखावे के लिए फैक्ट्री में प्रदूषण नियंत्रक यन्त्र लगे हैं, लेकिन इनका उपयोग नही किया जाता। इसका खामियाजा आसपास के लोग भुगतने को मजबूर हैं, स्वास्थ्य को लेकर लोगों को चिंता सता रही है।
प्रदूषण का स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर
प्रदूषण का असर स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। वॉयलर की चिमनी से धुएं के साथ निकलने वाली राख ने सीबीगंज क्षेत्र के लोगों का जीना दूभर कर रखा है। इस राख से आसपास के लोग तमाम तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। वहीं सड़कों पर आम राहगीर भी इस राख की वजह से रुककर आँख मलते नजर आते हैं। सुपीरियर इंडस्ट्रीज के आसपास के पेड़ पौधों का विकास भी सामान्य पेड पौधों से कम हो रहा है। फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं और राख की वजह से लोग भयभीत हैं। लोगों को समझ नही आ रहा कि इस राख और धुएं से उन्हे कब कैसे मुक्ति मिलेगी।
लोग कर चुके हैं विरोध
सीबीगंज क्षेत्र में बनी सुपीरियर इंडस्ट्रीज (शराब फैक्ट्री) की हठधर्मिता ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पिछले दिनों शराब फैक्ट्री का गंदा पानी क्षेत्र की लोहिया बिहार कॉलोनी की तरफ मोड़ दिया था। जिसके विरोध में लोहिया बिहार कॉलोनी के लोग उतर आए थे और जमकर विरोध किया था। इसके बाद फैक्ट्ररी प्रशासन मौके पर पहुंचा और मामला जैसे तैसे रफादफा किया।
तानाशाही रूख अपना रहा फैक्ट्री प्रशासन
सुपीरियर इंडस्ट्रीज के प्रदूषण से परेशान लोग, जब विरोध करते हैं तो प्रबंधन उन्हें ही हड़काने की कोशिश करता है। कई बार फैक्ट्री प्रशासन स्पष्ट शब्दों में कह चुका है कि फैक्ट्री कहीं नहीं जायेगी आपको जानकारी थी तो आपने यहां मकान क्यों बनवाये।
फैक्ट्री प्रशासन को नहीं स्वास्थ्य की चिंता
जल एवं वायु प्रदूषण की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, तरह तरह की बीमारियां घेर रही हैं। लेकिन फैक्ट्री प्रशासन को इसकी रत्तीभर चिंता नहीं है। फैक्ट्री प्रशासन की तरफ से दिनेश मिश्रा ने बताया कि इससे पहले भी कईबार शिकायतें हो चुकी हैं ये कोई नई बात नहीं है।
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