पीलीभीत। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अब चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं। पीलीभीत में उन्होंने शुक्रवार को जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव वरुण गांधी को भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के मुद्दे को हवा देते दिखाई दिए वहीं भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद उनके निशाने पर रहे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने लोकसभा चुनाव 2024 प्रचार अभियान का आगाज भाजपा के गढ़ कहे जाने तराई क्षेत्र के पीलीभीत से किया। यहां लोकसभा और सभी विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा का ही कब्जा है लिहाजा अखिलेश यहां जाति-धर्म से जुड़े किसी भी मुद्दे को छूने से भी बचे।
अखिलेश यादव ने वरुण गांधी और लखीमपुर कांड के बहाने किसानों का मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की आवाज उठाने के चलते भाजपा के सांसद वरुण गांधी मंच पर स्थान नहीं पा रहे। वरुण गांधी का बिना नाम लिए ही उन्होंने सवाल किया कि जो किसान आंदोलन के समर्थन में बोलते थे उनके साथ भाजपा ने क्या सलूक किया वह सबके सामने है।
बताते चलें कि पिछले करीब 30 वर्षों से पीलीभीत से मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी ही जीतते रहे हैं लेकिन इस बार भाजपा ने वरुण का टिकट काट दिया। पीलीभीत से इस बार पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा गया है। वरुण को टिकट नहीं मिलने से वरुण समर्थकों में नाराजगी है जिसे अखिलेश यादव हवा देते दिखे। भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के ट्रांसफर घोटाले में दिल्ली से लाए गए इनके ओएसडी तक को हटाया गया।
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अखिलेश यादव ने कहा कि ‘पीलीभीत का बाँसुरी उद्योग पूरी तरह ख़ात्मे की ओर है। अब जब भाजपा जायेगी तब ही पीलीभीत की जनता चैन की बंसी बजाएगी। पूरा प्रदेश छुट्टा पशुओं से परेशान है और पीलीभीत जंगली जानवरों से, भाजपा न शहरों को बचा पा रही है, न खेतीबाड़ी को, न जनता की जान को… भाजपा एक नाकाम सरकार है’।