बरेली (Bareilly): जिले में रह रहे रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन खोज’ (Operation Khoj) के तहत बरेली पुलिस ने पाकिस्तानी महिला (Pakistani Woman) फरहत सुल्ताना ( Farhat Sultana) को पकड़ा है। महिला ने धोखे से भारतीय दस्तावेज हासिल कर आधार और राशन कार्ड भी बनवा लिया। बारादरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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बरेली एसएसपी अनुराग आर्य (SSP Anurag Arya) के निर्देश पर जिले मे ‘ऑपरेशन खोज’ अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि मूल रूप से पाकिस्तान की नागरिक फरहत सुल्ताना दीर्घकालीन वीजा पर भारत आई और यहीं रहने लगी। फरहत सुल्ताना ने धोखे से भारतीय दस्तावेज बनवा लिए और बरेली के सूफीटोला, थाना बारादरी क्षेत्र निवासी शाहिद खलील से विवाह कर यहीं निवास कर रही है।
परिवार का मुखिया बनकर बनवाए दस्तावेज
पुलिस जांच में सामने आया कि फरहत सुल्ताना ने भारतीय नागरिकता लिए बिना छलपूर्वक भारतीय आधार कार्ड बनवा लिया और राशन कार्ड भी बनवाया है। जिसमें खुद को परिवार का मुखिया दिखाया है। प्रशासनिक नियमों के अनुसार कोई भी विदेशी नागरिक तब तक भारत में आधार या राशन कार्ड के लिए पात्र नहीं होता, जब तक वह भारतीय नागरिकता प्राप्त न कर ले।
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ऐसे में महिला द्वारा बनाए गए ये दस्तावेज पूरी तरह अवैध माने जा रहे हैं। पुलिस इस मामले मे गहनता से जांच कर रही है। बीते दिनों भी जिले मे इसी तरह के मामले सामने या चुके हैं।
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इंस्पेक्टर बारादरी धनंजय पांडे का कहना है कि ऑपरेशन ‘खोज’ के जरिए जिले में रह रहे रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जा रही है जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रह रहे हैं।
जानिए फरहत सुल्ताना ( Farhat Sultana ) कब आई थी भारत
पाकिस्तान के कराची की रहने वाली महिला फरहत सुल्ताना 13 जुलाई 1961 को अटारी बॉर्डर से अपनी मां के साथ दीर्घकालिक वीजा पर भारत आई थी। वीजा 13 जुलाई 2025 तक वैध है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।