Saturday, July 5, 2025

एक ही मंडप में हुई 17 भाई-बहनों की शादी, कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल

जयपुर। राजपूताना आन-बान-शान की ऐतिहासिक विरासत को संजोए राजस्थान की शादियां भी अक्सर अनूठी और बेमिसाल ही होती हैं। कभी अपनी मूछें ऊंची रखने के लिए वर पक्ष करोड़ों रुपये का मायरा भर देता है तो कभी दहेज में मिले लाखों रुपये वधू पक्ष को वापस भी लौटा दिए जाते हैं। लेकिन नया मामला इन सबसे अलग है। बीकानेर जिले में प्रगतिशील सोच रखने वाले एक बुजुर्ग सुरजाराम गोदारा ने फिजूलखर्ची रोकने के इरादे से अपनी 12 पोतियों और पांच पोतों का ब्याह एक ही समय में एक ही पंडाल में संपन्न कराकर नई मिसाल कायम की है।

एक ही परिवार के इस सामूहिक विवाह संस्कार का वैवाहिक निमंत्रण कार्ड भी एक ही छपवाया गया। इसी कार्ड पर सभी वर-वधुओं के नाम सिलसिलेवार और सुरुचिपूर्ण ढंग से  लिखवाए गए थे। इस अनोखे सामूहिक विवाह समारोह का यह निमंत्रण कार्ड बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। 17 भाई-बहनों के विवाह एक ही दिन एक ही मंडप में आयोजित किए  गए। सभी नव वर-वधु पांच भाइयों की संतानें हैं।

17 बहन-भाई एक साथ बंधे विवाह बंधन में

एक ही परिवार के वर-वधुओं का यह अनोखा-अनुकरणीय सामूहिक विवाह समारोह बीकानेर जिले के नोखा इलाके में स्थित लालमदेसर छोटा गांव में संपन्न हुआ। 12 दूल्हे अलग-अलग गांवों से एक ही दिन लालमदेसर छोटा गांव के एक ही घर में बारातें लेकर पहुंचे। इन सभी 12 नववधुओं के पांच भाइयों के विवाह भी उसी दिन उसी पंडाल में संपन्न कराए गए। ये सभी 17 नव वर-वधु बहन-भाई लालमदेसर छोटा गांव में रहने वाले सुरजाराम गोदारा के सगे पोते-पोतियां हैं।

12 दूल्हे अलग-अलग गांवों से एक ही घर में बारातें लेकर पहुंचे

सुरजाराम गोदारा के पांच बेटे हैं और सभी एक ही मकान हवेली में रहते हैं। इन सभी परिवारों का खाना भी एक ही रसोई में पकता है। सूरज मल गोदारा ने बताया कि 12 पोतियों की बारातों को गांव में अलग-अलग जगहों पर ठहराया गया। ये सभी विवाह एक और दो अप्रैल को कराए गए लेकिन सभी 34 जोड़ों के फेरे एक साथ एक ही पंडाल में  किए गए। पांच  पोते जो दूल्हा बने, उनकी बारात का इंतजाम भी इस तरह से किया गया कि सभी के फेरे एक ही साथ कराए जा सकें।

इस अनूठे पारिवारिक विवाह समारोह ने पूरे राजस्थान में धूम मचा दी

बीते सोमवार और मंगलवार को संपन्न हुए इस अनूठे पारिवारिरक विवाह  ये शादियां होने के बाद परिवार का कहना था कि शादियों में होने वाले फिजूल खर्च को रोकने के लिए परिवार ने ये कदम उठाया है। यही कारण रहा कि सभी की शादियां एक बड़े पांडाल में की गई। सबसे बड़ी बात सभी बच्चों की शादियां बालिग होने पर की गई हैं। इस अनोखी शादी ने पूरे राजस्थान में धूम मचा दी है। इस शादी का कार्ड तगड़ा वायरल हो रहा है।

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