बरेली। भाजपा नेताओं की चिट्ठी ने आरएम एसडब्ल्यूसी की मुश्किलें बढ़ा दी है। आंवला से सांसद धर्मेंद्र कश्यप और मेयर उमेश गौतम ने आरएम एसएन यादव के खिलाफ चिट्ठी लिखी है। मेयर और सांसद ने अपनी चिट्ठी में आरएम एसएन यादव को सपा का करीबी और भ्रष्ट अफसर बताकर उन्हें हटाने की बात कही।
चिट्ठी में लिखा है कि आरएम एसएन यादव की निरंकुश कार्यशैली के कारण प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त कार्यप्रणाली, विचारधारा को धूमिल कर रही है। भाजपा नेताओं ने आरएम को ट्रांसफर किसी अन्य मंडल में किराए जाने की बात भी लिखी है। शिकायत नरियावल निवासी राकेश कुमार के नाम से की गई है। लेकिन इस तरह की चर्चाएं है कि यह चिट्ठियां एसडब्ल्यूसी में काम करने वाले एक राजनैतिक दल से जुड़े ठेकेदार ने लिखवाई है।

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जानिए क्या था मामला
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम द्वारा संचालित रसुईया गोदाम से वगैर गेट पास के एक ट्रक पर 105 बोरी राशन लादकर गोदाम से बाहर निकालने की तैयारी की जा रही थी। सूचना पर पहुंचे एफसीआई के प्रभारी ओंकार सिंह ने चोरी पकड़ ली। शिकायत एफसीआई के क्षेत्र प्रबंधक सुनील कुमार सुमन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। आरोपियों ने सारा अनाज गोदाम में उतार कर ट्रक भगा दिया था। मौके पर पहुंची तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में 105 बोरी राशन क्षमता से अधिक पाया। जांच रिपोर्ट आने के बाद एफसीआई के मंडलीय प्रबंधक ने यूपी एसडब्लूसी के आरएम एसएन यादव को गोदाम प्रभारी दिनेश यादव आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। अब इसी मामले में राज्य भंडारण निगम से 1,42,861 रूपये की कटौती की गई।
ठेकेदार और आरएम के बीच चल रहा शीत युद्व
आरएम एसडब्लूसी और एक ठेकेदार सागर सक्सेना के बीच काफी समय से शीत युद्व चल रहा है। ठेकेदार ने एसडब्लूसी के आगंतुक रजिस्टर पर आफिस आने की वजह पर आरएम पैसा मांगते हैं लिख दिया है। वहीं आरएम ने अपने पत्र में लिखा है कि समाजवादी पार्टी के नेता और उनका ठेकेदार बेटा सरकार की छवि को खराब कर रहे हैं। साथ ही लेखा विभाग के कर्मचारियों को पत्र लिखकर उनका स्पष्टीकरण मांगा है। आरएम ने आरोप लगाया है कि विभागीय कर्मचारी गोपनीय कागज लीक कर देते हैं। आरएम यादव ने एमडी को लिखी अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कार्यालय के गेट पर एक आगंतुक रजिस्टर रखा गया था। जिस पर समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व आरएम एसडब्ल्यूसी रहे संजीव सक्सेना ने कार्यालय आने का कारण नहीं लिखा तो उनके बेटे सागर सक्सेना ने गेट बुक पर इंट्री करते समय टिप्पणी लिखी की आरएम पैसे मांगता है।