कौशांबी-उत्तर प्रदेश। रविवार को कौशाम्बी की एक पटाखा फैक्टरी में भयंकर विस्फोट के बाद आग लग गई। घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाकर चार शव निकाले गए लेकिन आग बुझाने के बाद भी मलबे में विस्फोटों का सिलसिला थम नहीं रहा है। आग बुझने के बाद बहुत से स्थानीय ग्रामीण और राहत-बचाव दल के कार्मिक और कई अफसर घटनास्थल पर मौजूद थे। तभी मलबे में फिर विस्फोट हो गया। लिहाजा आग बुझाने की कोशिश में जुटे ग्रामीणों और अधिकारियों-कर्मचारियों को भी लगातार धमाकों के चलते भागकर जान बचानी पड़ी। अब तक सात शव निकाले जा चुके हैं। मलबे में अभी और भी लोग दबे हो सकते हैं।
कौशाम्बी के कोखराज थाना क्षेत्र में भरवारी कस्बे के वार्ड नंबर 23 में एक पटाखा फैक्ट्री में रविवार को सुबह करीब 11.30 बजे विस्फोट हो गया। शुरुआत में चार मजदूरों की मौत, कइयों के झुलस जाने और 18 अन्य मजदूरों के फंसे होने की सूचना मिली। मौके पर फायरब्रिगेड की कई दमकलें भी पहुंच गईं। विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई।

तेज धमाके के बाद पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई। राहत और बचाव कार्य में पुलिस और फायर ब्रिगेड के लोग जुट गए हैं। पटाखों के टुकड़े कई किलोमीटर दूर तक उड़कर गिरे हैं।
पटाखा फैक्ट्री खलीलाबाद के शराफत अली की बताई जा रही है। शराफत अली समेत कई लोग झुलसे हैं। एक मृतक शिव नारायण (30) पुत्र भोलानाथ की पहचान हो पाई है। मलबे में फंसे लोगों को निकालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। झुलसे बबलू पटेल, दीना पटेल, अशोक पटेल, कौशल अली और शराफत अली को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है।
घटना की सूचना पाकर एसपी बृजेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। घटना के बाद पूर्व विधायक संजय गुप्ता, कैलाशचंद्र केसरवानी सहित बहुत से स्थानीय नेताओं की भीड़ भी जुट गई है। विस्फोटों के बीच अब तक मलबे से सात मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं। मलबा हटाकर झुलसे लोगों को निकालने का काम रविवार शाम खबर लिखे जाने तक भी जारी है। अफसरों ने मलबे में अभी और भी लोगों और लाशों के दबे होने की आशंका से इन्कार नहीं किया है।
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