कासगंज। Kasganj District Hospital में प्रसव के दौरान परिजन की बिना अनुमति महिला का गर्भाशय निकालने और विरोध करने पर परिजनों से अभद्रता करने के मामले में सीएमएस ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। सीएमएस ने कमेटी को जांच पूरी कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
कासगंज जनपद के गांव ढोलना निवासी महावीर सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने चचेरे भाई की पत्नी नीलम को 2 जुलाई को Kasganj District Hospital में भर्ती कराया था।
Kasganj District Hospital की डॉ. अंजू यादव ने ऑपरेशन से नीलम का प्रसव कराया था। ऑपरेशन के दौरान डॉ. अंजू यादव ने नीलम का गर्भाशय निकाल दिया लेकिन इसकी परिजन से अनुमति नहीं ली। जब परिजनों ने इसका कारण पूछा तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया, बल्कि उनके साथ अभद्रता की गई।
महावीर सिंह के मुताबिक विरोध करने पर Kasganj District Hospital के डॉक्टर और स्टाफ ने अमर्यादित व्यवहार किया और धमकी दी कि “अगर दोबारा अस्पताल आओगे तो परिणाम भुगतने को तैयार रहना”। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने कार्रवाई की मांग की थी।
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जांच कमेटी में Kasganj District Hospital के 3 वरिष्ठ परामर्शदाता शामिल
शिकायत पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजीव कुमार सक्सेना ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है। टीम में तीन वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. कृष्णा अवस्थी, डॉ. वीना कुमारी और डॉ. संजीव यादव को जांच अधिकारी बनाया गया है। समिति को शिकायत की जांच कर शीघ्र आख्या देने के निर्देश दिए गए हैं।
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वहीं पीड़ित पक्ष से भी अपेक्षा की गई है कि वे जांच समिति के समक्ष उपस्थित होकर सहयोग करें और सुविधानुसार प्रातः 8 से दोपहर 2 बजे तक संयुक्त जिला चिकित्सालय में जांच के लिए उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। इस पूरे मामले ने जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि जांच समिति की रिपोर्ट के बाद क्या कार्रवाई होती है।