बरेली। जिले की एक मात्र किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेडा के 40 वें पेराई सत्र का पूजन रविवार को मिल के अध्यक्ष डीएम रविंद्र कुमार द्वारा किया गया। अभी मिल चलने की स्थिति मे नहीं है। अफसर पांच दिन बाद मिल चलने का दावा कर रहे हैं।
डीएम रविंद्र कुमार, मिल की जीएम ज्योति मौर्या समेत अफसरों ने पहले हवन-पूजन मे हिस्सा लिया। इसके बाद डीएम ने मिल के कांटे का फीता काटा और सबसे पहले गांव दलपतपुर के किसान विशन स्वरुप का गन्ना लेकर आये बैलगाड़ी मालिक गांव तजुआ के हसनैन को पुरस्कार देकर सम्मानित कर वैलों को गुड़ खिलाया। डीएम रविंद्र कुमार ने पटले पर गन्ना डालकर शुभारंभ की रस्म अदा की। यहां के बाद उन्होंने मिल परिसर मे बने मंदिर मे पूजा कर देवरनियां मे स्थित हजरत हिसामुद्धीन उर्फ थाने वाले मियां की मजार पर चादर चढाई।
डीएम रविंद्र कुमार ने मिल परिसर का दौरा कर मशीनरी को देखा और मिल प्रबन्धक ज्योति मौर्या को दिशा-निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने चीनी मिल प्रबन्धक, गन्ना विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि गन्ना किसानों को मिल परिसर में किसी प्रकार की असुविधा नही होनी चाहिए। चीनी मिल के अभियंता यह सुनिश्चित करें कि किसी तकनीकी खराबी के कारण चीनी मिल सत्र के मध्य में बंद ना हो, इसके लिये समय-समय पर चीनी मिल की मशीनो का परीक्षण करते रहें और व्यवस्थाओ को दुरुस्त रखें।
बाद मे मिल के गेस्ट हाऊस मे कुछ देर रुकने के बाद डीएम चले गये। मिल की जीएम ज्योति मौर्या ने बताया कि इस बार 38 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है। मिल 25 नवम्बर से चालू होगी। इस दौरान मिल की जीएम ज्योति मौर्या समेत मिल के अन्य अफसर, पूर्व राजस्व राज्य मंत्री छत्रपाल गंगवार, तेजपाल, भुजेंद्र, नगर पंचायत देवरनियां के चेयरमैन मोहम्मद कलीम अंसारी आदि मौजूद रहे।
हमे कुछ मशीनें आज मिलना थी जो नही मिली हैं। अब पेराई सत्र 21 नवम्बर की बजाए 25 नवम्बर को शुरू होगा।
— ज्योति मौर्या, जीएम किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेडा