बरेली। पीलीभीत रोड स्थित होटल रेडिसन बना लंगूरो की कैदगाह खबर प्रकाशित होने के बाद वन विभाग की टीम ने होटल रेडिसन पर छापा मारा। लेकिन इससे पहले ही लंगूरों को वहां से हटा दिया गया। वन विभाग की टीम का कहना है कि उन्हें होटल में लंगूर नहीं मिले।
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काफी समय से होटल रेडिसन में दो लंगूरों का कैद करके रखा जा रहा था। वुधवार को दोनों लंगूरों का वीडियो सामने आया। होटल कैंपस में लंगूर जंजीर के सहारे कैद किये हुए नजर आ रहे हैं। लोकतन्त्र टुडे में खबर प्रकाशित होने के बाद वन विभाग की टीम ने होटल रेडिसन पर छापा मारा। लेकिन हुआ वही जिसका पहले से अंदेशा था। टीम का कहना है कि उन्हें होटल कैंपस में लंगूर नजर नहीं आये। लेकिन वन विभाग की टीम ने होटल में लगे सीसीटीवी चैक करने की जहमत नहीं उठाई। अगर सही ढंग से सीसीटीवी चेक कर लिये जाये तो लंगूरों को कैद से मुक्ति मिल सकती है और गलत तरीके से वन्यजीव को कैद करने के मामले में कार्रवाई हो सकती है। आपको बतादें कि वन्यजीव को कैद नहीं किया जा सकता वन्यजीव को कैद करना कानूनन अपराध है। आपको बतादें कि होटल रेडिसन जमींन विनिमय और लंगूर कैद करने के मामले में सुर्खियों में है।