बरेली। पीलीभीत रोड मुडिया अहमदनगर स्थित होटल रेडिसन के विस्तारीकरण के विरोध के बीच अब नए मामले सामने आने लगे हैं। जिन कागजों के सहारे होटल प्रबंधन जमींन विनिमय की फाईल आगे बढ़ा रहा है। वही कागज जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। ग्राम पंचायत द्वारा जारी की गई एनओसी ही सवालों के घेरे में है। ऐसे में ग्रामीणों का विरोध करना भी लाजिमी है।
पिछले दिनों होटल रेडिसन के विस्तारीकरण मामले में शासन ने आयुक्त को पत्र भेजा है। जिसमें भूमि के विनिमय के संबंध में प्रथमदृष्या कोई आपत्ति प्रतीत न होने की बात लिखी गई है। मामले की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी उन्होने होटल रेडिसन के विस्तारीकरण का विरोध तेज कर दिया।
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उधर लोकतंत्र टुडे में खबर प्रकाशित होने के बाद रेडिसन होटल प्रबंधन ने मीडिया को विस्तारीकरण को लेकर शुरू हुई कार्यवाही से संबंधित जो कागजात भेजे हैं, अब उन पर सवाल उठने खड़े हो गए हैं। होटल रेडिसन के विस्तारीकरण को लेकर दिए गए ग्राम पंचायत की एनओसी पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं।
ग्राम पंचायत मुंडिया अहमदनगर की ग्राम पंचायत के प्रधान ने होटल प्रबंधन को जमीन दिए जाने के लिए जो अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है वह सवालों के घेरे में है। पंचायती राज विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो ग्राम पंचायत की भूमि प्रबंध समिति का अध्यक्ष ग्राम प्रधान और क्षेत्र का लेखपाल उसका सचिव होता है। ग्राम पंचायत की जमींन से संबंधित किसी भी मामले में प्रधान, क्षेत्रीय लेखपाल और सदस्य प्रस्ताव बनाते हैं। लेकिन रेडिसन होटल प्रबंधन द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र के तौर पर जो कार्यवाही रजिस्टर की प्रति लोकतन्त्र टुडे को दी गई है उसमें ग्राम पंचायत के भूमि प्रबंध समिति के सचिव के बगैर ही जारी कर दिया गया जोकि अवैध कार्यवाही का हिस्सा है।
बताया जाता है कि होटल रेडिसन प्रबंधन इन्हीं कागजों के सहारे होटल के लिए जमीन तलाश रहे हैं। इस मामले में मुंडिया अहमदनगर के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि यह पेपर उनके द्वारा जारी किया है।
ग्राम पंचायत के कार्यवाही रजिस्टर में ग्राम पंचायत के सदस्यों ने अपने एजेंडे में लिखा है कि होटल के विस्तारीकरण में जमीन देने के बाद गांव के शिक्षित लोगों को रोजगार दिया जाएगा, ऐसे में सवाल उठता है कि होटल में अभी तक कितने ग्राम पंचायत के रहने वालों को रोजगार दिया गया है। इस बारे में ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार बताते हैं कि होटल में फिलहाल गांव के एक दो लोग ही हो सकते हैं जों वहां काम करते हों, अधिकतर लोग बाहर के बताए जाते हैं। ऐसे में एक बात तो साफ है कि होटल प्रबंधन कह कुछ और कर कुछ और रहा है।
ग्रामीण वोले नहीं देंगे जमींन
मुड़िया अहमदनगर के ग्रामीणों का कहना है कि होटल रेडिसन के मालिक होटल के बराबर में पड़ी कीमती ग्राम समाज की जमींन और मंदिर का होटल में विलय करने का प्रयास कर रहे हैं। वह किसी कीमत पर ग्राम समाज की जमींन होटल में विलय नहीं होनें देंगे। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव से लगी ग्राम समाज की जमींन पर ग्रामीण समय-समय पर उपयोग करते चले आ रहे हैं।