बरेली। पीलीभीत रोड स्थित होटल रेडिसन के विस्तारीकरण का विरोध शुरू हो गया है। मुड़िया अहमदनगर के ग्रामीणों का आरोप है कि होटल रेडिसन के मालिक होटल के बराबर में पड़ी कीमती ग्राम समाज की जमींन और मंदिर का होटल में विलय करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और कहा किसी कीमत पर वह ग्राम समाज की जमींन होटल में विलय नहीं होनें देंगे।

मुड़िया अहमदनगर के ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम समाज की जमीन पर ग्रामीणों का हक है। उसे किसी पूंजी पति को कौड़ियों के भाव नही लेने देंगे। ग्रामीणों ने मंदिर कैंपस में जमकर विरोध किया और होटल एमडी मेहताब सिद्दीकी की अधिकारियों से सांठगांठ होने के आरोप भी लगाए। उनका कहना है कि होटल प्रबंधन गांव के पास की मंहगी जमीन लेकर कहीं दूर सस्ती जमीन ग्राम समाज को देने की बात कह रहा है। जिसे वह किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे। उनका कहना है कि होटल प्रबंधन उन्हें झूठे आश्वासन दे रहा है और सरकार के कुछ अधिकारी होटल प्रबंधन के साथ मिले हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव से लगी ग्राम समाज की जमींन पर ग्रामीण समय-समय पर उपयोग करते रहते हैं। वह किसी भी दशा में होटल रेडिसन के विस्तारीकरण को ये जमींन नहीं देंगे।
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इसको लेकर ग्रामीण पहले भी कई बार विरोध कर चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पीलीभीत हाईवे बरेली पर मुड़िया अहमदनगर में होटल रेडिसन के पीछे गाटा संख्या 795, 801, 802 स्थित है। यह जमीन खलिहान व चकरोड में दर्ज है। चकरोड के पास एक मंदिर और दसवां स्थल भी है।
जानिए कौन हैं होटल एमडी मेहताब सिद्दीकी
होटल रेडिसन के एमडी मेहताब सिद्दीकी आज से करीब 40 साल पहले बरेली के बाजदारान कुंवरपुर में रहते थे। इनके पिता हाजी जमील अहमद की लकड़ी की टाल थी और बड़े इज्जतदार व्यक्ति थे। मेहताब सिद्दीकी ने उस समय वित्तीय लेनदेन संबंधी एक कंपनी बनाई। जिसको अचानक बंद कर मुंबई चले गए और जब लौटे तो होटल के एमडी बनकर। कुंवरपुर के एक जानकार व्यक्ति ने हमारे संवाददाता को इनसे संबंधित कई दिलचस्प कहानियां सुनाईं।
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