बरेली। जिला प्रशासन एवं ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में रामगंगा चौबारी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा मेले के उपलक्ष्य में शुक्रवार सायं सरस कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया गया।
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कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि-साहित्यकार रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। कार्यक्रम में उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट ने माता-पिता के सम्मान में पढ़े गए अपने इस चर्चित गीत से खूब वाहवाही बटोरी-मां ममता की मूरत जग में और पिता बरगद सी छाया, किसी बात की कमी न रहती, जब तक सिर पर उनका साया। असरार नसीमी, रामप्रकाश सिंह ओज, सरवत परवेज सहसवानी, वाकर जैदी, सत्यवती सिंह सत्या, बिलाल भाई आदि कवियों-शायरों ने भी काव्य पाठ किया और अपने यादगार गीतों-गज़लों और बेहतरीन कलामात से खूब तालियां-वाहवाही बटोरी। हास्य-व्यंग और ओज के चर्चित कवि मनोज दीक्षित ‘टिंकू’ ने काव्यमय सफल संचालन कर कवि सम्मेलन की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए। अंत में मोहम्मद नबी, सुनील धवन और देवेंद्र रावत ने संयुक्त रूप से सभी के प्रति प्रकट किया। गंगा मइया के जयकारों के बीच यह पूरा सारस्वत आयोजन बहुत ही शानदार और यादगार रहा।