गणेश पथिक
मीरगंज/शीशगढ़। फसलों में सिचाई की समस्या से जूझ रहे बरेली के किसानों के चेहरे पर फिर मुस्कान लौटेगी, पूर्व विधायक और वरिष्ठ किसान नेता जयदीप सिंह बरार की अगुआई में खमरिया बांध निर्माण ने फिर जोर पकड़ लिया है। रविवार को किसानों ने गुलड़िया, बल्ली समेत कई गांवों में घर-घर दस्तक देकर किसानों से बतौर चंदा एकत्र किया। चंदे के पैसे से डीजल खरीदा गया डीजल पड़ने पर फिर जेसीबी धड़धड़ाने लगी अब कच्चे बांध का निर्माण जोरों पर है।
चंदे की रकम से खरीदा डीजल
चंदे से रुपये का इंतजाम होने के बाद सामूहिक सहयोग से बहगुल नदी के खमरिया पर कच्चा बांध बनाने की मुहिम अब और भी जोर पकड़ती दिख रही है। आज चंदे की रकम से 80 लीटर डीजल खरीदा गया। जिससे घाट पर मिट्टी खुदाई के काम में जुटी जेसीबी का इंजन फिर से धड़धड़ाने लगा। कच्चा बांध जल्द बनने और नहरों का पानी खेतों की तरफ मुड़ने की उम्मीद में इस मुहिम से जुड़े सभी लोगों के चेहरों पर रौनक लौट आई है।
किसान और अफसरों का मिल रहा सहयोग
बुजुर्ग किसान नेता जयदीप सिंह बरार ने कहा कि खमरिया नदी पर कच्चा बांध बनाने की मुहिम में दर्जनों गांवों के किसानों के साथ ही रामपुर और बरेली जिले के प्रशासनिक अधिकारियों का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। उन्होंने किसानों से इस मुहिम को अमली जामा पहनाने में तन-मन-धन से मदद करते रहने का आग्रह किया है। बताते चलें कि वर्ष 2016 से अतिवृष्टि वाले एक-दो साल को छोड़कर श्री बरार के नेतृत्व में क्षेत्रीय किसान सामूहिक श्रमदान करके और चंदा भी देकर हर साल खमरिया घाट पर कच्चा बांध बनवाते रहे हैं।
इन गाँवो के किसानों को मिलेगा लाभ
कच्चे बांध निर्माण होने से खमरिया, गुलड़िया, बल्ली, कैमरिया, शहपुरा, रतनपुरी, कंचनपुरी, ढकिया डाम समेत बिलासपुर, बहेड़ी और मीरगंज तहसीलों के 100 से अधिक गांवों के हजारों हैक्टेयर खेतों को भरपूर पानी मिलेगा।