देवरनियां। किसान सहकारी चीनी मिल से पहचान रखने वाला सेमीखेडा गांव नगर पंचायत देवरनियां मे शामिल तो है, मगर यहां के बाशिन्दों को शुद्ध पानी के लिए तरसना पड रहा है। लोगों ने मुख्यमंत्री से पानी सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।
सेमीखेडा गांव की पहचान यहां स्थित जिले की एक मात्र किसान सहकारी चीनी मिल से है। कहने को करीब आठ हजार की आबादी वाला यह गांव नगर पंचायत देवरनियां का हिस्सा है, यहां नगर पंचायत के दो वार्ड हैं। यहां पर नगर पंचायत जैसी अन्य सुविधा भले ही मिलती हो, लेकिन लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत मे लोगों का कहना है कि दो साल पहले देवरनियां मे बनी न्यू टंकी से पानी की पाइप लाइन सेमीखेडा मे पडी थी। लोगों ने कनेक्शन भी कराए, मगर शुरू मे दो दिन टंकी मे पानी आया इसके बाद दो साल हो गये लेकिन आज तक टंकियां सूखी पड़ी हैं। शिकायत करने पर उन्हें बताया गया कि पाइपलाइन दोबारा डलबाई जाएगी।
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शिकायत मे लोगों का कहना है कि सेमीखेडा मे किसान सहकारी चीनी मिल होने से सेमीखेडा का वाटर लेबल दूषित होने के कारण यहां नलों मे पीला और दूषित पानी आता है। लोग उसी को पीने को मजबूर हैं। दूषित पानी पीने से लोग कई रोगों से भी ग्रस्त हो रहे हैं।
शिकायत मे कहा गया कि उन्होंने इस बारे मे नगर पंचायत चेयरमैन से कयी बार शिकायत की मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। गाँव के रामाशंकर, प्रेमपाल, नरेश कुमार, सन्तोष कुमार, राजकुमार, धर्मदास, हरीश, सत्यदेव, भगवानदास, जयपाल, दीपक बाबू आदि का कहना है कि जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह नगर पंचायत कार्यालय पर धरना देगें।
” सेमीखेडा मे पाइपलाइन पुरानी पडी हुई है दो साल पहले कनेक्शन हुए थे। देवरनियां पानी की टंकी से सेमीखेडा के बीच डेढ किमी का फासला है। दिखवाया जाएगा कि दिक्कत कहां है। आचार संहिता हटने के बाद प्राथमिकता के आधार पर इसपर काम किया जाएगा।
— मोहम्मद कलीम अन्सारी, चेयरमैन देवरनियां