Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने मंगलवार को धर्मांतरण गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमे एक मदरसा संचालक, टेलर और हेयर ड्रेसर शामिल हैं, एक आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से वाहर है। एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में खुलासा करते हुए बताया कि यह वही गैंग है जो भोले-भाले युवकों और परिवारों को पहले मीठी-मीठी बातों, शादी और पैसे का लालच देकर जाल में फंसाता था और फिर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराता था।




धर्मांतरण गिरोह के आरोपी
अब तक यह गिरोह कोचिंग संचालक बृजपाल, उसकी बहन और मां के अलावा एक नाबालिग बच्चे को नशे की लत लगाकर धर्मांतरण करा चुका है। अब रिटायर्ड शिक्षक प्रभात उपाध्याय को भी इस गैंग ने निशाना बना लिया था।
धर्मांतरण गिरोह का सरगना भुता का मदरसा संचालक अब्दुल मजीद है, जो दिखावे के लिए फेरी लगाकर कपड़े बेचता है। वह अपने साथियों सलमान, आरिफ और फहीम के साथ मिलकर लोगों का ब्रेनवाश कर धर्म परिवर्तन कराता था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्य भी हो सकते हैं, जिनकी पहचान की जा रही है। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह काफी समय से धर्मांतरण में सक्रिय था और कई परिवारों का धर्म परिवर्तन करा चुका है।
सुभाषनगर क्षेत्र के कोचिंग संचालक बृजपाल निवासी करेली को धर्मांतरण गिरोह ने सबसे पहले अपना निशाना बनाया। बृजपाल का ब्रेनवाश कर उसकी शादी मुस्लिम लड़की से कराई, फिर उसकी बहन का निकाह एक मुस्लिम युवक से करा दिया। बच्चों के धर्म परिवर्तन के बाद उनकी मां को भी धर्म परिवर्तन करना पड़ा। इसी तरह कोतवाली क्षेत्र निवासी प्रभात उपाध्याय का धर्मांतरण कराया गया। गिरोह का अगला निशाना इज्जतनगर थाना क्षेत्र का बीकॉम का छात्र था, लेकिन इससे पहले ही प्रभात उपाध्याय की मां ने समय रहते पुलिस को सूचना दे दी और गिरोह पकड़ा गया।
धर्मांतरण गिरोह का अगला शिकार बने अलीगढ़ निवासी 99 प्रतिशत दृष्टिहीन रिटायर्ड शिक्षक प्रभात उपाध्याय। गैंग ने उन्हें शादी और बेहतर जिंदगी का लालच देकर बरेली बुलाया और फैजनगर के एक मदरसे में बंधक बना लिया। यहां उनका नाम बदलकर ‘हामिद’ रखने का दबाव डाला जा रहा था। मामला तब खुला, जब प्रभात की मां अखिलेश कुमारी और भाई डॉ. नागेश ने भुता थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
सूचना पर एसओ रविंद्र कुमार टीम के साथ फैजनगर स्थित मदरसे पहुंचे। छापेमारी में प्रभात चार युवकों से घिरा मिला। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ित को छुड़ाया और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का सरगना भुता के फैजनगर निवासी 35 वर्षीय अब्दुल मजीद, सुभाषनगर के करेली निवासी 30 वर्षीय सलमान, 29 वर्षीय आरिफ और भोजीपुरा के सैदपुर चुन्नीलाल निवासी 24 वर्षीय फईम को गिरफ्तार किया है। वहीं गैंग का एक और सदस्य महमूद बेग मौके से फरार हो गया। छापे में पुलिस को इस्लामी किताबें, जाकिर नाईक की सीडी, नकली धर्मांतरण प्रमाणपत्र, तावीज, टोपी, लैपटॉप, पासबुक और नकद रुपये बरामद किये हैं।
धर्मांतरण गिरोह में इस तरह बंटी हुई थी जिम्मेदारियां
धर्मांतरण कराने वाले गिरोह ने अलग-अलग जिम्मेदारियां बांट राखी थी। गिरोह के सरगना मदरसा संचालक अब्दुल मजीद निवासी भुता फैजनगर को धर्मांतरण की मुख्य जिम्मेदारी दी गयी थी। जबकि सलमान दर्जी को धर्म संबंधित किताबें, सीडी और अन्य साहित्य लोगों तक पहुंचाना इसका काम था। आरिफ सलमान का सहयोगी बनाया गया जो नए लोगों को जाल में फंसाने में मदद करता था। फहीम नाई का काम करता है, यह संभावित शिकारों की जानकारी जुटाकर गिरोह तक पहुंचाने का काम करता था।
धर्मांतरण गिरोह के खातों में करोड़ों का लेन-देन
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि अब्दुल मजीद के नाम पर तीन और उसकी पत्नी के नाम पर दो खाते हैं, जिनमें करीब 13 लाख रुपये जमा हैं। सलमान के 12 खाते मिले हैं—6 उसके नाम और 6 उसकी पत्नी के नाम पर। इसके अलावा आरिफ और फईम के दो-दो बैंक खाते हैं। पुलिस इन खातों में हुए लेन-देन की भी जांच कर रही है। एसपी ने साफ किया कि गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है। जल्द ही इस पूरे नेटवर्क की परतें खोली जाएंगी।