गणेश ‘पथिक’
मीरगंज/बरेली। मंगलवार को सिंचाई विभाग की एक उच्चस्तरीय टीम मुख्य अभियन्ता (शारदा नहर खंड) हृदयनारायण सिंह के नेतृत्व में शीशगढ़ के पास पश्चिमी बहगुल नदी के खमरिया घाट पर कच्चे बांध का निरीक्षण करने पहुंची और बांध से किसानों को सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। अधिशासी अभियंता मुकेश चंद्र ने बताया कि मुख्य अभियंता श्री सिंह शारदा खंड का चार्ज संभालने के बाद अपने कार्य क्षेत्र के सभी बांधों, नदियों, नहरों और वेटलैंड्स का भ्रमण कर किसानों की समस्याओं की जानकारी ले रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने उत्तराखंड के किच्छा तक पूरे इलाके का सघन दौरा किया और जरूरी जानकारियां कलेक्ट कीं।
इस बीच पता यह भी लगा है कि बरेली मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के सुझाव पर वन विभाग इस बांध स्थल पर ईको टूरिज़्म की संभावनाएं तलाशने के लिए सर्वेक्षण भी करवा रहा है। खमरिया बांध पर पिछले सप्ताह प्रवासी पक्षियों के झुंड देखे जाने के बाद इसकी संभावना और भी बढ़ गई है। मंडलायुक्त खुद भी अगले सप्ताह खमरिया बांध का निरीक्षण करने आ सकती हैं। हालांकि आज मुख्य अभियंता (शारदा नहर खंड) हृदय नारायण सिंह के साथ खमरिया बांध का मुआयना करने आए अधिशासी अभियंता (रुहेलखंड नहर खंड) मुकेश चंद्र ने बताया कि फिलहाल विभाग का ध्यान इस तथ्य का पता लगाने पर है कि इस बांध से कितने क्षेत्रीय गांवों के किसानों को खेती के लिए साल में कितने महीने पानी मिल पाता है? इसके लिए पंप हाउस या दूसरे जरूरी आधारभूत ढांचों का निर्माण करवाना विभाग की पहली प्राथमिकता है। ईको टूरिज्म की संभावना तलाशने जैसे मुद्दों पर फैसला पिछले साल नवंबर में इस बांध स्थल का दौरा करके गई टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद शासन-विभाग स्तर पर ही हो सकेगा। आज के निरीक्षण में विभाग के सहायक अभियंता नरेंद्र सिंह, जेई और कई अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।