बरेली। बरेली क्षेत्र के गांव कुआडांडा की रहने वाली समरीन को हलाला का डर और बुर्का नापसंद था। ऐसे में समरीन धर्म परिवर्तन कर सुमन बन गई और इज्जतनगर के गांव बरकापुर में रहने वाला मित्रपाल यादव से शादी कर ली।



सोमवार रात अगस्त्य मुनि आश्रम में आचार्य केके शंखधार ने हिंदू रीति रिवाज से मित्रपाल और समरीन की शादी करा दी। समरीन से सुमन बनी युवती का कहना है कि तीन तलाक और हलाला से उन्हें डर लगता था। इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म में आना पसंद किया और बुर्के में रहना पसंद नहीं इसलिए उन्होंने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है।