देवरनियां। किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेड़ा में आउटसोर्सिंग पर तैनात एक तौल लिपिक द्वारा फर्जीवाड़ा कर अपने पिता की गन्ना पर्चियों पर बढ़ा हुआ वजन दर्शाकर चीनी मिल को आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सत्ताधारी एक नेता के दबाब में इस मामले को रफा-दफा करने की भी अटकलें लग रही हैं।
सेमीखेड़ा निवासी तौल लिपिक सर्वेश कुमार का फर्जीवाड़ा मिल के सीसीओ अमित चतुर्वेदी की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा था। शुक्रवार रात सीसीओ की तरफ से आरोपी के खिलाफ देवरनियां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
हालांकि अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि दबिशें लगातार दी जा रही हैं,मगर आरोपी हत्थे नहीं चढ़ रहा है।
वहीं, भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो इस मामले को अंदरखाने रफा-दफा करने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में एक सत्ताधारी नेता का दखल होने के बाद ही पुलिस की सक्रियता घटी है। हालांकि सीसीओ अमित चतुर्वेदी और इंस्पेक्टर देवरनियां देवेंद्र सिंह धामा इस आरोप से इन्कार करते हैं। सीसीओ ने बताया कि आरोपी के पिता के गन्ना मूल्य का भुगतान भी फिलहाल रोक दिया गया है।
” आरोपी के पिता का गन्ना भुगतान रोक दिया गया है। हम और भी छानबीन कर रहे हैं। मामले को दबाए जाने की आशंका गलत और निराधार है।
— अमित चतुर्वेदी, सीसीओ सेमीखेड़ा चीनी मिल
“आरोपी की तलाश में लगातार दबिशें दी जा रही हैं। दबाव की बात गलत है। आरोपी जल्द गिरफ्तार होगा।
— देवेंद्र सिंह धामा, इंस्पेक्टर देवरनियां
ई पेपर 17 मार्च