बरेली। थ्री डॉटस स्कूल बरेली में श्री रामदास मैमोरियल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में शुक्रवार को प्रकाश पर्व दीपावली बाल दिवस के रूप में मनाया गया।
समारोह का शुभारम्भ माँ सरस्वती, प्रथम पूज्य गणेश जी तथा माँ लक्ष्मी की पूजा-अर्चना से हुआ। राम दरबार के रूप में सजाई गई बच्चों की मनोहर झांकियां सबके आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। शिक्षिकाओं ने बच्चों को पंचोत्सव दीपावली के पाँचों पर्वों का महत्त्व समझाया। साथ ही 14 नवंबर को पड़ने वाला प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू दिनों का जन्म दिन बाल दिवस भी धूमधाम से मनाया गया।
धनतेरस पर आयुर्वेद का विशेष ज्ञान दिया गया। गोवर्धन पर्वत को उंगली पर उठाए राधा रमण श्रीकृष्ण की सजीव झांकी भी सबका मन मोह रही थी।
इससे पूर्व 4 नवंबर को सभी कक्षाओं में क्राफ्ट आर्ट एक्जिबिशन के अंतर्गत बच्चों ने रॉकेट, मोमबत्ती, दीया, ग्रीटिंग कार्ड, कंडील, वंदनवार, दिवाली चार्ट आदि बनाकर अपने सृजनात्मक कौशल को प्रदर्शित किया और पुरस्कार हासिल करने के साथ ही खूब वाहवाही भी बटोरी। आयोजन में सभी शिक्षिकाओं का भी अभूतपूर्व योगदान रहा। बाल दिवस में छोटे-छोटे बच्चों ने दीपावली की थीम पर आधारित नाटकों और नृत्य-संगीत की मनभावन प्रस्तुतियां दीं।
सीनियर वर्ग के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न वाद्य-यन्त्रों के साथ राम जी की निकली सवारी का गायन किया। बच्चों द्वारा दीपावली पर कविता गान भाषण की प्रस्तुति भी अनूठी रही। भाई दूज का महत्त्व भी बताया गया। रामायण पर आधारित राम जी के अयोध्या आगमन, भरत मिलन तथा श्रीराम के भव्य राज्याभिषेक की सजीव झांकियां को सजाने की तैयारियां स्कूल प्रांगण में पिछले कुछ दिनों से चल रही थीं। इन सभी झांकियों पर आज बाल दिवस समारोह में बड़ी तादाद में उमड़े अतिथियों, गणमान्य लोगों और अभिभावकों ने खूब सराहना की और अपने स्थान पर खड़े होकर देवस्वरूपों पर पुष्प वर्षा भी की।
समारोह के समापन की घोषणा करते हुए स्कूल के संचालक सौरभ मेहरोत्रा तथा प्रिंसिपल श्रीमती निहारिका मेहरोत्रा ने सफल आयोजन के लिए सभी का आभार जताया और सबको दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें दीं। साथ ही सभी बच्चों और अभिभावकों को संकल्प भी दिलाया कि वह यह त्यौहार अपने परिवार के साथ सावधानी से मनायेंगे। तेज आवाज वाले और खतरनाक पटाखों का प्रयोग नहीं करेंगे। त्यौहार पर ताजा तथा सुपाच्य भोजन ही करेंगे। साथ ही दीया, कैंडिल, वस्त्र, भोजन, मिठाइयां आदि गरीब, असहाय व जरुरतमंद लोगों को देकर उनकी दुआएं लेने की भी अपील की। बच्चों को चॉकलेट व मिठाइयां भी वितरित की गईं।