Bareilly news : मनरेगा (mnrega) के तहत ग्राम पंचायतों में संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सेवक पिछले 18 माह से बगैर मानदेय के काम कर रहे है। गुरुवार को रोजगार सेवकों का आक्रोश फूट पड़ा उन्होंने जुलूस निकालकर विकासभवन पर प्रदर्शन ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही रोजगार सेवकों ने मानदेय न मिलने पर कलमबंद हड़ताल की चेतावनी दी है।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ के जिला अध्यक्ष गंगादीन कश्यप की अगुवाई में रोजगार सेवकों ने विकास भवन मे प्रदर्शन कर अफसरों को अपना दर्द सुनाया। जुलूस में शामिल रोजगार सेवकों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सेवकों का मानदेय 18 माह से बकाया है, अफसरों को जानकारी देने के बाद भी मानदेय नहीं मिल पा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि मानदेय न मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, जिससे उनकी दिक्कतें बढ़ गयी है। उन्होंने ने कहा कि रोजगार सेवकों को जीरो पावर्टी सर्वे, हरीतिमा ऐप पर सर्वे, पौधारोपण, एग्री स्टैक सर्वे, क्राप सर्वे, फैमिली आईडी व फार्मर रजिस्ट्री आदि काम करने करते हैं। इसके बाद भी मानदेय नहीं दिया जा रहा है।
रोजगार सेवकों ने भुगतान न होने पर मनरेगा के कार्यों को बंद कर बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी। वक्ताओं ने कहा कि रोजगार सेवकों को 7,788 रुपये मानदेय दिया जाता है। समय पर मानदेय नहीं मिल रहा। इसके अलावा अधिकारियों पर मानदेय की रकम का दूसरे मद में इस्तेमाल करने का भी रोजगार सेवकों ने आरोप लगाया। जिलाध्यक्ष गंगादीन कश्यप ने कहा कि अगर पूरा मानदेय नहीं मिला तो काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।