Bareilly : जोगी नवादा में महिला अधिवक्ता के पति पर जानलेवा हमले के मामले मे पुलिस ने मंत्री के रिश्तेदार समेत सात लोगों के खिलाफ बारादरी थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सौरभ राठौर एक सक्रिय और खतरनाक गिरोह का सरगना है, जिसका नेटवर्क शहर के विभिन्न हिस्सों में फैला है।
बरेली के जोगी नवादा में अधिवक्ता रीना सिंह के पति लखन राठौर और उनके दो देवरों पर जानलेवा हमले के सात माह पुराने मामले में बुधवार को सात आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की है। पुलिस ने उत्तराखंड की मंत्री के पति व भाजपा नेता गिरधारी पप्पू
Girdhari Lal Sahu Pappu के भतीजे टिंकू राठौर और कुख्यात अपराधी सौरव राठौर समेत सात लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की है।
जानिए क्या था मामला
पुलिस के अनुसार, आठ दिसंबर 2024 की शाम जोगी नवादा में लखन राठौर और उनके दो भाइयों की हत्या की नीयत से 10-12 अवैध असलहों से फायरिंग की गई थी। इस संबंध में बारादरी थाने की पुलिस ने पुलिस मुठभेड़ में सौरभ राठौर, शिवम राठौर, अभिषेक और लालू पटेल को गिरफ्तार किया था। इन्हीं आरोपियों ने 23 जनवरी 2023 को अधिवक्ता रीना सिंह, उनके पति और देवरों की हत्या की नीयत से फायरिंग की थी। पुलिस ने उसी समय सौरभ राठौर समेत साथियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी।
इनके खिलाफ की गई गैंगस्टर की कार्रवाई
बारादरी पुलिस ने सौरभ राठौर है, शिवम राठौर, आकाश राठौर, टिंकू राठौर, विशाल राठौर व संतोष साहू और गुलडिया निवासी लालू पटेल उर्फ शिवराज के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है।
आपराधिक इतिहास
पुलिस के अनुसार गिरोह के सरगना सौरभ पर हत्या के प्रयास सहित अन्य आरोपों में नौ मुकदमे दर्ज हैं। जबकि सौरभ के गुर्गे लालू पर 14 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। टिंकू पर पांच और संतोष पर चार मुकदमे दर्ज हैं। शिवम, विशाल और आकाश के खिलाफ दो-दो मुकदमे दर्ज हैं।
मुलताई में कुछ बैंक, कुछ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बिना पार्किंग के संचालित हो रहे हैं, तथा कुछ लोगों ने पार्किंग के लिए जगह बहुत कम दी है। जो वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त नहीं है। इससे ग्राहको को वाहन खड़े करने में बहुत परेशानी होती है। आखिर बिना पार्किंग के बैंक कैसे संचालित हो रहे हैं। ये तो नियमों का उल्लघंन हो रहा है। सड़क किनारे वाहन खड़े करने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। कई बार दुर्घटना तक हो जाती है। सरकारी जमीन पर वाहन खड़े हो रहे हैं ।जबकि जिस भवन मे बैंक संचालित होती है उसकी स्वयं की पार्किंग होना जरूरी है। मुलताई में संचालित सभी बैंकों की पार्किंग व्यवस्था की जांच होना चाहिए।
कुछ बेसमेंट बिना अनुमति के बने हैं। कुछ व्यावसायिक भवनों के नक्शे बिना पार्किंग दिए पास हुए हैं। कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर पक्का अतिक्रमण कर लिया है। जांच होना चाहिए।
रवि खवसे, मुलताई (मध्यप्रदेश)