बरेली। Power Corporation में अधिकारियों के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं, इनके वीडियो और फोटो वायरल होने पर जांच शुरू हो गई है, इसकी जद में आए अधिकारियों की गर्दन नपना लगभग तय हो चुका है। लेकिन इस खेल पीछे जो असल वजह निकलकर आई है वह और भी हैरान करने वाली है।
दरअसल पहले इन फोटो और वीडियो का इस्तेमाल अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के लिए किया गया लेकिन जब वे दबाव में नहीं आए तो महीनों पुराने वीडियो और फोटो वायरल करने शुरू कर दिए। यह खेल वे संविदाकर्मी खेल रहे हैं जो हाल ही में छंटनी का शिकार हुए हैं और अधिकारियों के काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा उनके पास था।
यह भी पढ़ें- Exclusive : Power Corporation के रंगीन मिजाज अधिशासी अभियंता, कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ कर रहे इलू-इलू
Power Corporation में विभिन्न पदों पर तैनात सविंदाकर्मियों की पिछले दिनों प्रदेश भर में छंटनी की गई थी, इनमें बरेली जनपद में तैनात कर्मचारियों को भी हटाया गया। इस कार्रवाई की जद में कई कंप्यूटर ऑपरेटर और कार्यालय से संबंधित कार्य करने वाले संविदाकर्मी भी हटाए गए।
छंटनी के विरोध में संविदाकर्मियों ने धरना-प्रदर्शन भी किए लेकिन इसका कोई खास परिणाम नहीं निकला। छंटनी के शिकार कुछ वे संविदाकर्मी भी हो गए, जो अधिकारी के करीबी थे और उनके पास अधिकारियों के हर अच्छे बुरे काम की जानकारी थी।
ब्लैकमेलिंग से बात नहीं बनी तो वायरल किए वीडियो
Power Corporation में छंटनी के शिकार हुए संविदाकर्मियों ने पहले तो व्हाट्सएप पर व्यू वन्स फीचर का इस्तेमाल करके फोटो, वीडियो और वॉयस नोट भेज, जो रिसीवर के एक बार देखे जाने के बाद अपने आप डिलीट हो जाते हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल इसलिए किया गया कि ताकि सबूत के तौर पर इसका इस्तेमाल न किया जा सके। अधिकारियों ने वीडियो, फोटो और वॉयस नोट देखे तो उनका स्क्रीनशॉट लेना चाहा लेकिन तब तक वे हट चुके थे।

यह भी पढ़ें- Power corporation Bareilly : भ्रष्ट अफसर मार रहे मजा सिर्फ निचले कर्मचारियों को मिल रही सजा
सवाल: क्यों महीनों बाद वायरल किए जा रहे फोटो-वीडियो
Power Corporation के अधिकारियों ने जो गलत किया सो किया, इसकी उन्हें सजा मिलनी चाहिए लेकिन जो वीडियो और फोटो वायरल किए जा रहे हैं वे भी हाल फिलहाल के नहीं हैं। अगर कड़ीवार इन्हें जोड़कर देखा जाए तो मंशा स्पष्ट समझ आती है।
लड़कियों से चैट के जो फोटो वायरल किए गए हैं वे 10 अक्तूबर 2024 के हैं और जो सीसीटीवी फुटेज वायरल की गई उनमें एक जनवरी की है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इतना समय बीतने के बाद यह फोटो और वीडियो किस लिए वायरल किए जा रहे हैं। वह भी उन्हें संविदाकर्मियों के द्वारा जो छंटनी का शिकार हुए हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि दाल नहीं गली तो हांडी फोड़ डाली।
यह भी पढ़ें- VIP Culture in UP : निजी गाड़ियों पर लाल-नीली बत्ती लगाकर रौब झाड़ रहे अधिकारी
करोड़ों की काली कमाई कर चुके हैं ये संविदाकर्मी
Power Corporation के अधिकारियों का कच्चा चिट्ठा खोलने वाले संविदाकर्मियों ने अधिकारियों की साठगांठ से खूब मलाई चाटी है। अधिकारियों की मेहरबानी के चलते ये करोड़ों की संपत्ति बना चुके हैं। ये इतने शातिर हैं कि कोई भी अधिकारी नया तैनात होता था तो उसके सारे काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा यह इकट्ठा करना शुरू कर देते थे ताकि भविष्य में इन पर कोई खतरा मंडराया तो उसका इस्तेमाल करके ये अधिकारियों को ब्लैकमेल करके अपनी गर्दन बचा सकें।
ये भी पढ़ें– पावर कारपोरेशन : कंप्यूटर ऑपरेटर के हाथ में साहब की जान… कार्यालय ही नहीं, गाड़ी के स्टीयरिंग की भी कमान
इस मामले में भी यही किया गया लेकिन जब यह छंटनी का शिकार हुए तो अधिकारियों पर दोबारा संविदा बहाल करने का दबाव बनाने लगे लेकिन जब दबाव काम नहीं आया तो फोटो और वीडियो वायरल करने शुरू कर दिए ताकि अधिकारियों को यह एहसास करा सकें कि अगर हम नौकरी नहीं करेंगे तो तुम्हे भी नहीं करने देंगे।
10 हजार की कमाई में पूरे कर नवाबी शौक
Power Corporation के कई संविदा कर्मचारी ऐसे हैं, जिनका मानदेय महज 10 हजार रुपये हैं लेकिन उनके महीने के खर्चे लाखों में हैं। वे पॉश कॉलोनी में करोड़ों की कोठियों में रहते हैं। नौकर चाकर उनके आगे पीछे घूमते हैं। एक संविदाकर्मी तो ऐसा है जो केवल अपने पालतु कुत्तों पर ही महीने के बीस हजार रुपये खर्च करता है। दस हजार के मानदेय में इतने ठाठ-बाट कैसे हो रहे हैं यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
यह भी पढ़ें- Bareilly: सरकार पर भारी, पावर कारपोरेशन के रिश्वतखोरों की यारी
Power Corporation के इन संविदा कर्मचारियों ने पहले ही यह सोच कर सभी अधिकारियों का काला चिट्ठा जमा करना शुरू कर दिया था कि जब भी बात इनकी नौकरी पर आएगी तो ये उसका इस्तेमाल करके साहब को ब्लैकमेल करके अपने को बचा लेंगे। यह होता भी रहा, जब-जब इन संविदाकर्मियों का नाम किसी घपले घोटाले में उछला तो यह अधिकारियों के कृपा पात्र होने की वजह से बच गए। आरोप भले ही कितने ही गंभीर क्यों न रहे लेकिन इस बार छंटनी का चाबुक चला तो उससे इन्हें कोई नहीं बचा पाया।
ये भी पढ़ें:- Power Corporation के बड़े साहब का अजीब शौक, पूरा महकमा शॉक
खुद को बचाने के लिए इन्होंने अधिकारियों को व्हाट्सएप मेसेज भेजकर मिन्नतें कीं, जब इनका कोई असर नहीं हुआ तो वीडियो फोटो भेजकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की लेकिन जब कोई हथकंडा काम नहीं आया तो फोटो वीडियो वायरल करने शुरू कर दिए। हालांकि इससे इन्हें अपनी संविदा तो वापस नहीं मिल पाई है लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों की नौकरी जरूर खतरे में पड़ गई है।
अब अधिकारी अपनी नौकरी बचाने के लिए बड़े अधिकारियों की परिक्रमा करने में लगे हैं। यही नहीं Power Corporation के संविदाकर्मी की पावर देख पूरे प्रदेश में अधिकारी हैरान हैं और चौक्कने भी हो गए हैं कि अब इनसे कैसे बचा जाए ताकि भविष्य में वह भी लपेटे में न आ जाएं।
ये भी पढ़ें:-पीडब्ल्यूडी के धुरंधर खिलाड़ी… जहां का टेंडर था वहां तो सड़क बनाई नहीं, मगर बना दी कहीं और