बरेली। बरेली कालेज में अस्थायी कर्मचारियों के नेता जितेंद्र मिश्रा बरेली लोकसभा सीट से अखंड समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
ब्रिटिश काल में स्थापित ऐतिहासिक बरेली काॅलेज में तृतीय श्रेणी अस्थायी कर्मचारियों की लंबित समस्याओं के साथ ही प्रबंधन के कथित भ्रष्टाचार के विरुद्ध वर्षों से मुखर होकर आवाज उठाते रहे श्री मिश्रा ने बताया कि अखंड समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश कुमार से उनकी वार्ता हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी का प्रत्याशी बनने के लिए उनसे आवेदन मांगा है और टिकट का आश्वासन भी दिया है। बताते चलें कि जितेंद्र मिश्रा ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा था, लेकिन किन्हीं कारणों से वह खारिज हो गया था।

युवाओं को रोजगार दिलवाने में ऐरन, संतोष दोनों ही फेल
“लोकतंत्र टुडे” से रूबरू होते हुए जितेंद्र मिश्रा बोले, “अखंड समाज पार्टी को आवेदन भेजूंगा और टिकट मिला तो सर्वसमाज के समर्थन से बरेली के लोगों की सेवा करने के लिए मैदान में आगे बढूंगा। यह सही है कि मेरे पास आर्थिक संसाधनों की कमी है। इसलिए सोशल मीडिया के जरिए जनता जनार्दन तक अपनी बात पहुंचाऊंगा और उनका समर्थन भी हासिल करूंगा। हर रविवार को गांवों में जनसंपर्क का कार्यक्रम अगले रविवार से तय करूंगा और साइकिल से ही गांवों का सघन दौरा कर जनसंपर्क साधने और व्यापक समर्थन जुटाने की भरपूर कोशिश करूंगा
श्री मिश्रा ने जोर देकर कहा कि बरेली के आठ बार के मौजूदा भाजपा सांसद संतोष गंगवार (भाजपा) और पूर्व कांग्रेस सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ( अब सपा प्रत्याशी) दोनों के ही कार्यकाल में युवाओं को रोजगार देने वाला कोई भी बड़ा कारखाना नहीं लग पाया है। उल्टे रबर फैक्ट्री और कैम्फर जैसे दर्जनों बड़े कारखाने बंद जरूर हो गए। बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी है। साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भी नहीं चल पाने से हजारों करोड़ रुपये से विकास के हवा-हवाई सरकारी दावों के बीच वाकरगंज इलाके के लाखों बाशिंदे वर्षों के कूड़े के पहाड़ों के बीच नरकीय जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं। अपने जनसंपर्क अभियान में इन सभी बड़े मुद्दों पर आम लोगों से जुड़कर उनकी हमदर्दी और समर्थन हासिल करने की कोशिश जरूर करूंगा।”
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