Sunday, July 6, 2025

शिक्षा के नाम काली कमाई करने का आरोप, कटघरे में जीआरएम स्कूल

बरेली। शहर के नामी स्कूलों में गिना जाने वाला जीआरएम स्कूल भी आरोपों में घिर गया है। नियमों को ताक पर रखकर एक ट्रस्ट के ग्राउंड को अपना प्ले ग्राउंड दर्शाकर स्कूल खोलने और कमाई छुपाने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री समेत कई अफसरों से शिकायत की गई है। आरोप है कि स्कूल की कमाई और खर्चों में बड़ा अन्तर है।

शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रमुख सचिव तथा महानिदेशक (बेसिक शिक्षा) एवं रजिस्ट्रार सोसाइटीज एंड फंडस को शिकायतीपत्र भेज शिक्षा के नाम पर चलाए जा रहे पूरे गोरखधंधे की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। शिकायतीपत्र में आरोप है कि गुलाबराय मांटेसरी स्कूल (जीआरएम) प्रबंधन ने नियमों को ताख पर रखकर हिंदू सेवा सोशल ट्रस्ट के ग्राउंड को अपना प्ले ग्राउंड दर्शाते हुए मान्यता ली थी।

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वहीं एडमीशन के नाम पर प्रति छात्र 30 हजार से 50 हजार रुपये तक वसूली की जाती है। साथ ही फीस के नाम पर हर तिमाही प्रति छात्र नौ हजार से पंद्रह हजार रुपये तक स्कूल फीस अभिभावकों से ली जा रही है।

आरोप यह भी है कि इस भारी भरकम वसूली का 40 फीसदी से भी कम स्कूल के रखरखाव, शिक्षकों और कर्मचारियों पर खर्च किया जाता है। इसके साथ ही एनसीआरटी की किताबें न लगाये जाने की बात कही है।

शिकायतीपत्र में उक्त संस्था का किसी निष्पक्ष सरकारी एजेंसी से आडिट कराये जाने की मांग की गई है। शिकायत में लिखा है कि पता लगाया जाए कि स्कूल शिक्षा समिति के पंजीकरण के समय क्या उद्देश्य थे और उनमें से कितने पूरे हुए हैं, या नहीं। मांग की गई है कि डोहरा रोड स्थित स्कूल शाखा की स्थापना पर कितनी धनराशि खर्च हुई और यह धन संस्था के पास आया कहां से था? स्कूल की दोनों शाखाओं के बैंक खातों का भी आडिट करवाने की मांग की गई है। 
आपको बतादें कि कई बड़े स्कूल अपनी कमाई छुपाने के लिए पैसा किसी सोसायटी या ट्रस्ट के खाते में ट्रांसफर करते हैं, लेकिन रिर्टन में उस आमदनी को नहीं दिखाते। जानकार बताते हैं कि स्कूल चलाने वाली संस्थाएं नो प्रॉफिट नो लॉस पर सेवा के उद्देश्य से संस्थाओं का संचालन करते है, लेकिन हकीकत इसके विपरीत है।


शिकायतकर्ता ने हमारे विरुद्ध जो भी आरोप लगाए हैं, उनका कोई वैधानिक आधार नहीं है। मैं जीआरएम का प्रबंधक होने के साथ ही वर्षों से ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष , होली मिलाप मेला के मंत्री पद का दायित्व भी संभाल रहा हूं। जहां तक अनुचित प्रवेश या शिक्षण शुल्क वसूलने का आरोप है तो वह भी निराधार है। -राजेश जौली प्रबंधक जीआरएम स्कूल 

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