बरेली। बिजली विभाग में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर ठेका देने का खेल चल रहा है। इसके बदले बाबू से लेकर अफसर उपकृत हो रहे हैं। जिन्हें ठेका नहीं मिल रहा है वे विभाग की कलई खोल रहे हैं।
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अपनी कारगुजारियों को लेकर हमेशा ही सुर्खियों रहने वाला बिजली विभाग इन दिनों फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र को लेकर चर्चा में है। बताया जाता है कि बिजली के देहात सर्किल में एक बाबू और कुछ अफसर ठेकेदारों के साथ मिलकर खेल खेल रहे हैं। विभाग में इस बात को लेकर चर्चा है कि अधीक्षण अभियंता का करीबी बाबू जोकि दो दशक से ही जगह पर जमा है। कागजों में उसकी पोस्टिंग मीटर डिवीजन में है लेकिन वह वहां केवल साइन करने ही जाता है बाकी समय काम अधीक्षण अभियंता देहात के साथ ही करता है।
अब इस बाबू की कार्यशैली को लेकर विभाग में अन्दरखाने विरोध के सुर उठने लगे हैं। बताया जाता है कि बीते कुछ दिनों पहले ग्रामीण क्षेत्र के एक अधिशाषी अभियंता ने एक ठेकेदार को अवैध प्रमाण पत्र जारी कर दिया। जिससे ठेकेदार ने 33 केवीए का काम हथिया लिया। बताया जाता है कि फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र जारी करने के एवज में एक अफसर ने मोटी कमाई की है। वहीं बाबू ने ठेके देने के लिए ठेकेदार से खूब बसूली की है। ठेकेदार भी अब चर्चा करने लगे हैं कि बिना काम किये अफसर कुछ ठेकेदारों को बढ़ावा दे रहे हैं। ठेकेदार अब दबी जुबान से कहने लगे हैं कि जब तक बाबू रहेगा तब तक वह नियम के तहत काम करने वाले ठेकेदारों के लिए मुसीबत बना रहेगा।