बरेली। अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ परिवार के तत्वावधान में प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 139वीं जयंती पर बरेली सिटी श्मशान भूमि में पौधरोपण कर मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य आर.के. सक्सेना ने की और मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। गोष्ठी को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी सभी जाति- धर्मों का सम्मान करने वाले महान व्यक्ति थे। वह लगातार दो बार भारत के राष्ट्रपति रहे। महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में भी उन्होंने अहम भूमिका अदा की थी और कई बार जेल भी जाना पड़ा। भारत की संविधान सभा के सभापति भी थे। डाॅ. राजेंद्र प्रसाद ने बरेली प्रवास के दौरान सिटी श्मशान भूमि में चंदन का पौधा भी रोपा था। हालांकि संरक्षण के अभाव में बाद में कोई उसे चुराकर काट ले गया था। डाॅ. राजेंद्र प्रसाद के पर्यावरण प्रेम को सम्मान देते हुए गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी उनकी जयंती पर सिटी श्मशान भूमि में संस्था के सदस्यों द्वारा बेल, नीम, आम, जामुन, नींबू आदि पौधारोपण कर मनाई गई।
प्रदेश प्रवक्ता योगेश जौहरी ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी की सादगी और योग्यता को नमन करते हुए युवाओं से उनके आदर्शो को अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर.के. सक्सेना ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी ने कायस्थ बिरादरी में जन्म लेकर हमारे पूरे समाज को अपने महान कार्यों से गौरवान्वित किया है। पौधरोपण और विचार गोष्ठी में प्रदेश सचिव अतुल सक्सेना, समीर बिसरिया एडवोकेट, शंकर स्वरूप सक्सेना, संजय सक्सेना एवं अनुज सक्सेना आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन जगदीश ‘निमिष’ ने किया।