बरेली। शहर में छठ पूजा के चैथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन किया गया। छठ व्रत रखने वालों ने पूरे विधि पूवर्क पूजा-अर्चना कर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। जिसके बाद चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया।

छठ पूजा का समापन महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड युनिवर्सिटी परिसर स्थित शिव मंदिर व इज्जत नगर आदि कई स्थानों पर बड़े ही धुम-धाम मनाया गया। रूहेलखंड युनिवर्सिटी परिसर स्थित शिव मंदिर में भोर से ही व्रती महिलाओं ने जल में खड़े होकर भगवान सूर्य देव के उगने का इंतजार किया। जिसके बाद सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया गया।
इस दौरान व्रती महिलाओं ने टोकरी में फल, ठेकुआ, पुष्प आदि सजाकर सूर्यदेव की उपासना की और चारों दिशाओं में घूमकर सूर्य भगवान को नमन किया। इसके बाद उगते हुए सूर्य की ओर मुख करके सूर्य मंत्र का जाप करते हुए उन्हें अर्घ्य दिया। जिसके बाद कई महिलाओं ने शिव मंदिर में ही अपना व्रत का पारण किया और सभी अपने-अपने घर के ओर लौट गए। इसी के साथ छठ पूजा का सोमवार को समापन हो गया। गौरतलब है कि महिलाओं द्वारा छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता।
आपको बता दें कि, छठ महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर को हुई थी। इसके बाद 18 नवंबर को खरना, 19 की शाम व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य भगवान को पहला अर्घ्य दिया। वहीं सोमवार सुबह उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने इस छठ का व्रत संपन्न किया।